विभिन्न सेमिनार, सम्मेलन या जर्नल में शोध पत्र भेजने हेतू कुछ सवाल हमेशा चिंतित हैं। प्रोफेसर सामान्य रूप में हर्षवर्धन पब्लिकेशन को हमेशा पूछताछ करते हैं अपने शोध पत्र या अनुसंधान को कैसे प्रकाशित करें। इसके लिए निम्नलिखित बातें पूरी करने की आवश्यकता है।
कई प्रोफेसरोकों अपने विषय का अच्छा नॉलेजबेस उपलब्ध है, लेकिन वे कम्यूटर प्रक्रिया की वजहसे ठीक से प्रदर्शन नहीं कर सकते। यूजीसी के नियमों का पालन करने के लिए पेपर्स पब्लिश करना अनिवार्य है। आजकल अनुसंधान पत्रिका या प्रोसेडिंग प्रकाशन प्रक्रिया के लिए शोधपत्र कंप्यूटर कृत और ऑनलाइन भेजना जरूरी है। इस के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले कुछ सवाल हैं। इसका कार्यान्वयन निम्न प्रकार होगा।
अपने विषय से संबंधित किसी भी मुद्दे पर आधारित शोध पत्र या लेख लिखने आता है। सारांश, परिचय, शब्द पैटर्न, साहित्य, विश्लेषण, समीक्षा, लेखन में शोध निष्कर्ष निकाला जाना चाहिए और आधार सूचि देनी चाहिये। विद्यावार्ता अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिका सभी विषयों और सभी संकायों में लेख और शोध पत्र प्रकाशित कर रही हैं।
कंप्यूटर कृत टाईप किया हूवा आलेख ई मेल द्वारा भेजें। आपना आलेख पेजमेकर या एम. एस. वर्ड में होना चाहिए। टाइप की फ़ाइल (ओपन फ़ाइल) vidyawarta@gmail.com पे भेज दे। पीडीएफ या पृष्ठों को स्कैन, फोटो कॉपी ना भेजें । आलेख अपने स्वयं के ई मेल से ही भेजें।
हिंदी और मराठी भाषा के लिए DVB-TT-Surekh, या कृति Dev055 या Shreelipi ७०८ फॉण्ट का प्रयोग करे, आकार 14 करें, अन्य सभी सेटिंग्स सामान्य हो। अंग्रेजी भाषा के लिए टाइम्स न्यू रोमन, आकार 12, सामान्य सेटिंग प्रदर्शित करे। आलेख में रेखांकन, नक्शे, तस्वीरें, और टेबल हो तो सही तरीकैसे, सही जगह सेटिंग्स में होना चाहिए। अधिकतम 3000 शब्दसंख्या का आलेख (5-6 पृष्ठों) होना चाहिए। अगर आपने अन्य प्रयोग किया है तो संपादक डॉ बापूजी घोलप को रिपोर्ट करें।
आलेख में अपने कालेज एक नाम, पता, पिन कोड, फोन नंबर, ई मेल आदि लिखा होना चाहिए।
मेल vidyawarta@gmail.com को मिला के नहीं मिला कन्फर्म करे।
भेजे गए ईमेल की जानकारी मोबाइल पर भी बताये।
आपको कितनी प्रतियां चाहिये इस हिसाबसे फीस रसीद भेजे।
आप द्वारा दाखिल आलेख पूरी तरह से संशोधित और अप्रकाशित होना चाहिए।
अंडरटेकिंग फॉर्म स्वयं लिखकर स्कैन करके भेजना जरूरी हैं।
आप हर्षवर्धन प्रकाशन कि कौनसी पत्रिका में आलेख प्रकाशित करना चाहते हैं वो बताये।
- आलेख ई-मेल पे भेजना : 20
- फी की राशि जमा करना: 25
- जर्नल प्रकाशित होगा : 30
- जर्नल ऑनलाइन उपलब्ध होगा : 05
- पत्रिकाओं की हार्डकॉपी मिलेगी : 10
उपरोक्त पत्रिका प्रकाशन कार्यक्रम हर महीने नियमित होता है अतयव 4-5 दिन स्थल काल की स्थिति में अंतर हो सकता है।